तालिबान के जश्न वाली फायरिंग में 17 लोग मारे गए। न्यूज़ एजेंसी का दावा।

काबुल: रॉयटर्स ने किसी स्थानीय न्यूज़ एजेंसी के हवाले से खबर दी है कि तालिबान द्वारा पंजशीर घाटी पर उनके जीत के दावे के बाद की गई जश्न भरी फायरिंग में कई बच्चों समेत 17 लोगों की मौत हो गई।

स्थानीय अफगान समाचार एजेंसी टोलो न्यूज ने बताया कि शुक्रवार को काबुल में तालिबान द्वारा जश्न में की गई गोलीबारी में कम से कम 17 लोग मारे गए और 41 घायल हो गए। यह गोलीबारी तब हुई जब तालिबान ने कहा कि उसने पंजशीर पर नियंत्रण कर लिया है, इस दावे को अहमद मसूद ने खारिज कर दिया, जो घाटी पर कब्जा कर रहे हैं।

तालिबान के सूत्र दावा कर रहे हैं कि उन्होंने पंजशीर घाटी पर नियंत्रण कर लिया है, पंजशीर आखिरी स्थायी प्रांत है जिसे तालिबान कब्जा करने में सक्षम नहीं हो पाया है। पंजशीर घाटी एकमात्र ऐसा प्रांत है जिसने 1996 से 2001 तक पहले तालिबान शासन का विरोध किया था।

बता दें कि तालिबान पंचशीर घाटी पर कब्जे का दावा कर रहा है। वहीं नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट का कहना है कि पंजशीर पर तालिबान के भारी हमलों को पीछे धकेल दिया गया और लड़ाई के दौरान तालिबान बलों को भारी नुकसान हुआ। फ्रंट के सदस्य फहीम फेरात ने कहा कि, तालिबान बलों ने पंजशीर पर चार दिशाओं से हमला किया लेकिन पंजशीर में प्रवेश करने में असमर्थ रहे। नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट फोर्सेज द्वारा सैकड़ों दुश्मन बलों को मार दिया गया, घायल कर दिया गया और गिरफ्तार कर लिया गया। उनके दस बख्तरबंद वाहनों में आग लगा दी गई है और वे इलाके में बने हुए हैं। उनलोगो ने गुलबहार और जबल सराज में कई इलाकों को खो दिया है।