बिहार में पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है। अब प्रत्याशी जनता को लुभाने के लिए तरह-तरह के वादे करते नजर आएंगे। चुनाव 24 सितंबर से शुरू होकर 11 चरणों से होकर 12 दिसंबर को समाप्त होगा।
मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा अनुशंसा की गई तिथियों में चुनाव कराने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई।
बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से जिन तिथियों में चुनाव कराने की अनुशंसा की गई थी सरकार द्वारा उसे स्वीकृत कर लिया गया है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना 24 अगस्त 2021 को जारी की जाएगी।
पहले चरण में दक्षिण बिहार के जिलों में चुनाव कराए जाएंगे। क्योंकि फिलहाल उत्तर बिहार में बाढ़ की स्थिति है ऐसे में वहां चुनाव कराना काफी मुश्किल होगा और प्रत्याशी और जनता दोनों को परेशानी होगी। गांव गांव में पानी भरा है कई स्कूलों में पानी भरा है ऐसे में मतदान केंद्र भी नहीं बनाया जा सकता। इसलिए उत्तर बिहार में आखिरी चरणों में चुनाव कराए जाएंगे।
सितंबर महीने में दो दिन यानी कि 24 सितंबर और 29 सितंबर को मतदान होंगे। इसके बाद अक्टूबर में आठ, 20 और 24 तारीख को वोट डाले जाएंगे। नवंबर महीने में तीन, 15, 24 और 29 नवंबर को वोट पड़ेंगे। जबकि दिसंबर महीने में दो अलग-अलग तिथियों 8 दिसंबर और 12 दिसंबर को मतदान होगा।