जहां ओलंपिक में पदक के लिए तमाम अपने प्रतिद्वंदी के सामने बेहतर प्रदर्शन करने जी जान से मेहनत कर रहे हैं। वही ओलंपिक से ही एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसकी तारीफ पूरी दुनिया भर के लोग कर रहे हैं।
ओलंपिक में रविवार को हाई जंप इवेंट के दौरान कुछ ऐसा देखने को मिला, जिसने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया. दरअसल, हाई जंप के फाइनल में कतर के मुताज एसा बरशीम और इटली के जिआनमार्को टेम्बरी ने खेल भावना का एक नया मिसाल पेश किया. मुकाबला टाई होने के बाद दोनों ने गोल्ड मेडल आपस में बांटने का फैसला किया. हालांकि, दोनों खिलाड़ी अगर चाहते तो एक फाइनल राउंड के तहत गोल्ड का फैसला किसी एक के पक्ष में जाता सकता था।
दरअसल ओलंपिक में हाई जंप और पोल वॉल्ट दो ऐसे प्रतिस्पर्धा है गोल्ड मेडल शेयर किया जा सकता है।
दोनों खिलाड़ियों को तीन अटेम्प्ट दिए गए। तीनों अटेम्प्ट में दोनों ने बराबर बराबर स्कोर किया। उन्हें फाइनल राउंड के लिए एक और मौका दिया जा रहा था। लेकिन ने आगे खेलने से इंकार कर दिया और एक दूसरे को गले लगाते हुए कहा कि हम यह मेडल शेयर करेंगे। मीडिया पर लोग इस खेल भावना और बंधुत्व की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
गौरतलब हो कि भारत अब तक दो रजत और तीन कांस्य पदक जीत चुका है। एकल मुकाबलों में, मीराबाई चानू, लवलीना बोरगोहेन, रवि कुमार दहिया और पी वी सिंधु ने पदक अपने नाम किया है। वही यह पुरुष हॉकी टीम ने भी एक कांस्य पदक जीता है।