बिहार के कई जिलों में बाढ़ का संकट। पटना में गंगा का पानी घुसने का खतरा।

पूरे प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से प्रदेश  की तमाम नदियां उफान पर हैं। गंगा नदी का पानी भी लोगों पर आफत बनकर टूट पड़ा है। प्रदेश के बक्सर से लेकर भागलपुर के कहलगांव तक गंगा ने विकराल रूप ले लिया है। हम राजधानी पटना पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कई जगह बांधों से पानी का रिसाव हो रहा है। कल दीघा लॉक पर भी नहर में पानी का रिसाव हो रहा था। इससे शहर में पानी घुसने का खतरा बढ़ गया।

रात 11 बजे इसकी सूचना पर डीएम चंद्रशेखर सिंह सिंचाई विभाग और बुडको के इंजीनियर मजदूर लेकर दीघा लॉक पहुंचे। करीब दो घंटे तक मरम्मत का कार्य किया गया। पानी निकालने के लिए 13 मोटर पंप लगाए गए हैं। जलस्तर बढ़ने के बाद राजधानी के ज्यादातर घाटों पर जाने से रोक लगा दी गई।

वही हाथीदह में गंगा अपने उच्चतम स्तर को पार कर गई। गांधी घाट पर भी गंगा का जलस्तर काफी बढ़ चुका है। ऐसे में राजधानी के लोगों को शहर के 18 घाटों पर जाने से रोक लगा दी गई है।

उधर, बक्सर के साथ ही सभी तटवर्ती जिलों के दियारा क्षेत्र के घरों में पानी घुसने लगा है। बक्सर- कोचस स्टेट हाईवे पर भी लगभग एक फुट पानी चढ़ गया है। भागलपुर में एनएच 80 पर कई जगहों पर बाढ़ का पानी बहने लगा है। इससे भागलपुर जिला मुख्यालय का दूसरे जिलों से संपर्क कटने की स्थिति है।

बक्सर जिले के दियारा क्षेत्रों में भी पानी बढ़ रहा है जिससे फसलें डूब चुकी है। कई ग्राम पंचायतों का संपर्क शहर से कट चुका है। उधर उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में का जलस्तर धीरे धीरे कम हो रहा है। इसका असर अगले 24 से 48 घंटों में बिहार में भी देखने को मिलेगा। उम्मीद की जा रही है कि एक-दो दिन में गंगा के जलस्तर में थोड़ी कमी देखी जाए।