हर वर्ष बरसात के मौसम में बाढ़ के साथ जीना जैसे बिहार वासियों की नियति हो गई है। बिहार में इन दिनों बाढ़ कहर बरपा रहा है। प्रदेश की तमाम नदियां उफान पर है। उत्तर बिहार तो हर वर्ष की भांति बारिश में डूबा हुआ ही है। साथ ही साथ दक्षिण बिहार के जिले में उसी तरह बाढ़ से प्रभावित हो रहे। राजधानी पटना के दियारा इलाके पूरी तरह डूब चुके हैं। कल गांधी घाट पर गंगा खतरे के निशान से 170 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी।
उधर गंगा का बढ़ा हुआ जलस्तर भागलपुर के इलाकों में भी तबाही मचा रहा। बरियारपुर के पास अप और डाउन लाइन की ट्रैक धंस जाने से ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है। एनएच 80 पर पानी बहने के चलते सड़क मार्ग से भी भागलपुर से पटना का सीधा संपर्क भी बाधित हो गया है। साहिबगंज की ओर से आने वाली ट्रेनों को भागलपुर में टर्मिनेट कर दिया गया। वहीं जमालपुर से कई ट्रेनों को रवाना नहीं किया गया।
सबसे भयावह स्थिति दो गनगनिया और रतनपुर की हो चुकी है।सबौर के पास एनएच 80 पर करीब पांच किलोमीटर दूर तक पानी बह रहा है। भागलपुर से सुल्तानगंज के बीच वाहनों के आवागमन को रोक दिया गया है। सभी चौक चौराहों पर बैरिकेडिंग लगा दी गई है। भागलपुर जिले में 12 प्रखंडों की एक लाख 72 हजार आबादी प्रभावित हुई है। 172 गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है।
वहीं प्रशासन का कहना है कि हम स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। ऑल प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जा रही है।