बिहार में अब गोबर गैस से चलेंगे गाड़ियां। मसौढ़ी में लगने जा रहा है प्लांट।

बढ़ते पेट्रोल के दाम और पेट्रोल डीजल से होने वाले प्रदूषण को देखते हुए तमाम सरकारें अब इनके विकल्प ढूंढ रहे हैं। पूरी दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहन और सीएनजी को बढ़ावा दिया जा रहा है। बिहार में भी सीएनजी के बस शुरू हो चुके हैं। लेकिन इससे अलग अब बिहार में एक नए गैस, कंप्रेस्ड बायोगैस यानी (सीबीजी) से वाहनों को चलाने का काम शुरू किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही मसौढ़ी में नया प्लांट लगने वाला है। इसके लिए सिटीजन केयर ग्रुप के साथ इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन का करार हो चुका।

सीएनजी गैस का उपयोग हो रहा है लेकिन इसे बाहर के देशों से मंगाना काफी मुश्किल और खर्चीला साबित होता है। अब जब सीबीजी राज्य के अंदर ही बनने लगेगा तो यह उपभोक्ताओं तक काफी कम कीमत पर पहुंच पाएगा। सीबीजी को बनाने में पुआल, गाय के गोबर, मक्के के डंठल, मुर्गी फार्म के अपशिष्ट और नेपियर घास सहित अन्य कृषि अपशिष्ट का इस्तेमाल होता है।

बिहार का पहला सीबीजी प्लांट मसौढ़ी में बनने जा रहा है। इसके लिए सिटीजन केयर ग्रुप और इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड के बीच करार भी हो चुका है। सिटीजन केयर ग्रुप के सीईओ चंदन कुमार ने कहा कि बिहार में सीबीजी यह पहला प्लांट होगा। वर्ष 2022 में इससे बायो गैस का उत्पादन शुरू हो जाएगा।

इस प्लांट को लगाने में ₹15 करोड़ का खर्च आएगा। जिसमें से 70 फ़ीसदी तक ऋण उपलब्ध होगा और दो करोड़ रुपए का अनुदान दिया जाएगा। इसकी खरीदारी भारतीय तेल कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन करेगी। इसका लागत प्रति किलो ₹34 आता है जिसे तेल एवम गैस कंपनियां ₹46 में खरीदेंगी।