कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सरकार की तैयारी। नए बनने वाले ऑक्सीजन प्लांट में लगेंगे जेनरेटर और ट्रांसफार्मर।

कोरोनावायरस के दूसरे लहर ने स्वास्थ्य व्यवस्था को झकझोर के रख दिया था। हजारों मरीज ऑक्सीजन के अभाव में तड़प रहे थे। कितने लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया था। लेकिन अब सरकार ने तीसरे लहर को लेकर कमर कस लिया है। स्वास्थ सुविधाओं को बेहतर करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। इस बीच सरकार ने फैसला किया है कि अब जितने भी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाएंगे। वहां पर अलग से एक ट्रांसफार्मर डिजी जनरेटर दिया जाएगा ताकि बिजली के अनुपलब्धता की स्थिति में निर्बाध रूप से ऑक्सीजन सप्लाई होता रहे।

स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में स्थापित किए जा रहे सभी ऑक्सीजन प्लांटों में डीजी जेनरेटर सेट भी लगाए जाएंगे। अलग-अलग क्षमता वाले निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लांटों में अलग-अलग क्षमता के डीजी जेनरेटर सेट भी लगेंगे। सूत्रों के अनुसार निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लांटों में 100 से 250 किलोवाट (केवीए) क्षमता वाले डीजी जेनरेटर सेट लगाए जाएंगे।

प्रदेश में 122 स्थानों पर प्रेशर स्विंग एडजोरप्सन ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी निर्माण स्थलों पर बिजली के विशेष ट्रांसफार्मर लगाया जा चुके हैं। अब बस सिविल निर्माण बाकी है। ये प्लांट राज्य के अनुमंडलीय अस्पताल से लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पतालों तक पीएसए ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाए जा रहे हैं।

लगभग सभी जिला अस्पतालों में नए ऑक्सीजन प्लांट लगेंगे जिससे अब ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को भी अपने जिले के अंदर ही आपात स्थिति में बेहतर उपचार मिल सकेगा। ऑक्सीजन प्लांट से अस्पताल के सभी बेड तक पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाया जाएगा।