रिंकू सिंह ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ अविश्वसनीय पारी खेलते हुए जीत दिलाई थी। इसके बाद वे रातों-रात स्टार बन गए थे। रिंकू सिंह बेहद साधारण परिवार से आते हैं। उनके पिता गैस सिलेंडर डिलीवरी का काम करते हैं।
गरीब परिवार से आने वाले इस खिलाड़ी के आज थोड़ी दौलत और काफी शोहरत है। लेकिन यह खिलाड़ी अभी भी अपने जैसे दूसरों की मदद करने के लिए तैयार है। रिंकू सिंह अपने गृह नगर अलीगढ़ में खिलाड़ियों के लिए एक हॉस्टल का निर्माण करवा रहे हैं।
अलीगढ़ के रिंकू के बचपन के कोच मसूदज-जफर अमिनी ने कहा, “वह हमेशा युवा खिलाड़ियों के लिए एक छात्रावास बनाना चाहते थे, जिनके पास अपने सपनों को पूरा करने के लिए वित्तीय संसाधन नहीं हैं। चूंकि वह अब आर्थिक रूप से मजबूत हैं, इसलिए उन्होंने इसे वास्तविकता बनाने का फैसला किया है।”
अलीगढ़ के महुआखेड़ा स्थित क्रिकेट मैदान में हास्टल लगभग बनकर तैयार है। आइपीएल के बाद रिंकू ही इसका उद्घाटन करेंगे। वक्त मिलने पर खुद रिंकू भी इसमें खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देंगे।
हॉस्टल में 14 कमरे होंगे और हर एक में चार ट्रेनी रह सकते हैं। अलग शौचालयों का भी निर्माण भी किया जा रहा है। ये ट्रेनी यहां पर चलाई जा रही कैंटीन में खाना खा सकते हैं। इसमें लगभग 50 लाख का खर्च आएगा और पूरा खर्च रिंकू उठा रहे हैं। रिंकू के सबसे बड़े भाई, सोनू हॉस्टल की देखरेख करेंगे।