ट्रैफिक नियमों का पालन न करने पर हमें अक्सर चालान भरना पड़ता है। लेकिन कई बार चालान इतना ज्यादा हो जाता है कुछ गरीब उसे भरने में असमर्थ होते हैं। ऐसे ही घटित घटना महाराष्ट्र के नागपुर की है जिसकी चर्चा सोशल मीडिया में खूब हो रही है। यहां पर एक ऑटो चालक को जुर्माना भरने के लिए जब पैसे नहीं थे तो वह अपने बच्चे के गुल्लक फोड़कर उसमें से सिक्के ले करके वह जुर्माना भरने पहुंच गया। हालांकि बाद में एक पुलिस वाले ने ही इस जुर्माना भरने की जिम्मेवारी ली।
पिछले दिनों नागपुर पुलिस ने इट्स ए नाम के एक ऑटो चालक का और भोजन कर लिया था रोहित का फोटो नो पार्किंग जोन में खड़ा किया गया था। इसके लिए उसे एक चालान जारी किया गया था जिसका जुर्माना ₹2000 भरना था। रोहित रोज कमाने रोज खाने वाले थे। उनके पास ₹2000 नहीं थे तो उन्होंने अपने बच्चे के गुल्लक फोड़ कर सारे सिक्के लेकर चालान भरने पहुंच गए। इन काउंटर पर उन्हें इतने सारे सिक्के लेने से मना कर दिया गया।
फिर उन्होंने अपनी समस्या सीताबुलडी ट्रैफिक डिवीजन के एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अजय कुमार मालवीय को बताई। रोहित ने पुलिस अधिकारी को बताया कि अगर वह उसे उसका ऑटो वापस मिल जाता है तो वह जुर्माना भरने को तैयार है और उसने पैसे से भरा प्लास्टिक का बैग पुलिस अधिकारी को दे दिया। साथ में रोहित का बच्चा भी था।
फिर पुलिस निरीक्षक ने ना सिर्फ उनका जुर्माना भरा उनके पैसे प्लास्टिक बैग उनके बच्चे को लौटा दिया। पुलिस वाले के इस काम की सोशल मीडिया पर हर कोई तारीफ कर रहा है। नागपुर पुलिस ने भी इस बारे में ट्वीट करके जानकारी दी है। पुलिस का आधिकारिक बयान आया है कि हमने सहानुभूति दिखाते हुए अपनी तरफ से उसका जुर्माना भर दिया है लेकिन आगे से ट्रैफिक नियमों का पालन करने की चेतावनी भी दी है।