अपने अनोखे अंदाज में सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाने वाली गायिका नेहा सिंह राठौर ने इस बार बिहार सरकार को घेरा है. ‘बिहार में का बा…’ सीजन-2 गीत रिलीज कर उन्होंने रामनवमी पर्व पर हुई हिंसा, नीतीश और तेजस्वी की जोड़ी, बेरोजगारी के साथ ही सरकार की कई अन्य नीतियों पर सवाल उठाए हैं.
अपने लोक गीतों से सियासी गलियारों में घमासान मचाने वाली गायिका नेहा सिंह राठौर एक बार फिर सुर्खियों में हैं. ‘यूपी में का बा…’ गीत के जरिए योगी आदित्यनाथ सरकार को कई मुद्दों पर घेरने के बाद इस बार उन्होंने ‘बिहार में का बा…’ के जरिए राज्य के सीएम नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने बिहार में रामनवमी पर्व पर हुई हिंसा, नीतीश और तेजस्वी की जोड़ी, बेरोजगारी के साथ ही सरकार की कई अन्य नीतियों को कठघरे में खड़ा करते हुए सवाल किए हैं. इस पर जाने माने कवि डॉ. कुमार विश्वास ने भी रिएक्शन दिया है.
बिहार में का बा..! Season 2 गीत के बोल…
गीत के जरिए बिहार सरकार पर तंज कसते हुए सिंगर नेहा ने कहा, “रामनवमी के जुलूस में पत्थरबाजी जारी बा, चाचा-भतीजा के चक्की में पीस रहल बिहारी बा… का बा.. बिहार में का बा…, चोरी, चकारी, अपहरण, हिंसा के सुगबुगाहट बा, हमरा ता लागत बा भैया जंगलराज के आहट बा. चाचा के चरण में भतिजवा के चारोंधाम बा, मरे ला झपरा, जरत नालंदा, जरे सासाराम बा… का बा.. बिहार में का बा…”
जब सवाल पर भड़कीं नेहा सिंह राठौर
कवि कुमार विश्वास ने नेहा सिंह को सराहा
नेहा के इस लोक गीत पर कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा, “राजा अंधा हो जाए तो, सेवा धंधा हो जाए तो, सच दिखलाने वाला खंभा, छवि-प्रबंधा हो जाए तो, सरकार किसी की और कितनी भी शक्तिशाली हो, सत्ता व सत्ताधारियों से कैसे भी संबंध हों. सदा जनता की बात पूरी बेबाकी व हिम्मत से उठाना ही ‘असरकारी’ कवियों व लोक-गायकों का कर्तव्य है…जीती रहो नेहा”
बता दें कि इससे पहले नेहा सिंह राठौर ने यूपी के कानपुर में हुए मड़ौली कांड को लेकर ‘यूपी में का बा’ गीत गाया था. इस गाने के बाद उनकी मुसीबतें शुरू हो गईं. उनके खिलाफ कानूनी नोटिस जारी किया गया. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक अलग बहस चालू हो गई थी कि सरकार के दवाब में आने के बाद उनके पति को नौकरी से निकाल दिया गया.
सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे को लेकर जब दृष्टि आईएएस के फाउंडर डॉ. विकास दिव्यकीर्ति से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया था. दि लल्लनटॉप से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि इन दोनों फैसलों की टाइमिंग महज संयोग है.
जब डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति से पूछा गया कि क्या नेहा सिंह राठौर के गाने की वजह से दृष्टि पर दवाब बनाया गया, तो उन्होंने कहा कि ‘दृष्टि आईएएस’ एक कॉर्पोरेट कल्चर के तहत काम करने वाली संस्था है. इस संस्था में किसी को निकाला जाना, किसी एक व्यक्ति का फैसला बिल्कुल नहीं हो सकता.