हमारे देश में हर साल लाखों की संख्या में बच्चे यूपीएससी की तैयारी करते हैं. लेकिन इस परीक्षा में सफलता भी बच्चे नहीं हो पाते हैं क्योंकि यह देश का सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है और इसको पास करने के लिए आपको मेहनत त्याग और हर एक चीज की जरूरत पड़ती है.
आज हम आपको एक ऐसी लड़की की कहानी बताने वाले हैं जिसने मात्र सप्ताह में 2 दिन पढ़ाई किया फिर भी यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास कर दिखाया.
हफ्ते में सिर्फ दो दिन करती थीं पढ़ाई
मूल रूप से चंडीगढ़ की रहने वाली देवयानी की शुरुआती पढ़ाई चंड़ीगढ़ के एक स्कूल से हुई। हालांकि, 12वीं करने बाद उन्होंने बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी के गोवा कैंपस के इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन ले लिया। यहां से उन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया। इसके बाद वह यूपीएससी की सिविल सर्विसेज की परीक्षा की तैयारी में जुट गईं। हालांकि, वह सिर्फ हफ्ते में शनिवार और रविवार को ही सिविल सर्विसेज की परीक्षा के लिए तैयारी करती थीं।
चौथे प्रयास में देवयानी को मिली सफलता
यूपीएससी की सिविल सर्विसेज की परीक्षा में तीन अटेम्प्ट में देवयानी का चयन नहीं हुआ था। दो अटेम्प्ट में वह तो प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर पाईं थीं। हालांकि, तीसरे अटेम्प्ट यानि कि 2017 में उनका चयन इंटरव्यू के लिए हो गया। लेकिन वह क्लियर नहीं कर पाईं। हालांकि, चौथे अटेम्प्ट में उनका चयन हो गया और 2018 में उन्होंने 222वीं रैंक लाकर परीक्षा पास कर ली। जिसके बाद उनकी नियुक्ति सेंट्रल ऑडिट विभाग में हुई।
चयन के बाद भी करती रहीं तैयारी
देवयानी 2018 में चयन के बाद भी तैयारी करती रहीं। नौकरी के चलते उन्हें ज्यादा पढ़ाई के लिए समय नहीं मिल पा रहा था। यही वजह थी कि वह शनिवार और रविवार को सिविल सर्विसेज परीक्षा के लिए तैयारी करती थीं। इसी का नतीजा था कि उनका चयन 2019 में भी हो गया और उन्हें 11वीं रैंक मिली। इस वक्त देवयानी आईआरएस के पद पर तैनात हैं।